जिन्दगी निकल जाती है ढूंढने में कि…
ढूंढना क्या है?
अंत में…
तलाश सिमट जाती है इस सुकून में कि..
जो मिला, वो भी कहां साथ लेकर जाना है!!
Zindagi Nikal Jati Hai Dundne Main Ki…
Dundna Kya Hai?
Ant Main…
Talash Simat Jati Hai Is Sukun Main Ki…
Jo Mila, Woh Bhi Kahan Sath Lekar Jana Hai..!!
ज़िंदगी आज के हिसाब से जियो,
कल खुद बदल जाएगा।
ज़िन्दगी जीने में
सबसे बड़ा गौरव कभी ना गिरने में नहीं
बल्कि हर बार गिरकर उठने में है।
जिंदगी में खुद को कभी किसी इंसान का आदि मत बनाना,
क्योंकि इंसान बहुत खुदगर्ज़ है,
जब आपको पसंद करता है तो आपकी बुराई भूल जाता हैं
और जब आप से नफरत करता है तो
आपकी अच्छाई भूल जाता है।
जीने का सबक
किताबें नहीं ज़िन्दगी सिखाती है।
जिंदगी में सफलता
सिर्फ बातें करने से नहीं
कार्य को शुरू करने से हासिल होती हैं।