जमींन पे गिरी सिगरेट की राख बोली
आज तेरी वजह से, मेरी ये हालत है,
कल मेरी वजह से तेरी ये हालत होगी…!!
Zameen Pe Giri Cigarette Ki Rakh Booli,
Aaj Teri Wajah Se, Meri Ye Halat Hai,
Kal Meri Wajah Se, Teri Ye Halat Hogi!!
धुएं के लिए नहीं,
निज जवानी को स्वस्थ
जीवन के लिए समर्पित करें!
ये धुम्रपान की आदत, आसानी से कहॉं छूट पाती है,
पहले सिगरेट हम फूकते हैं, फिर सिगरेट हमें फूंक जाती है!
जि़न्दगी किसी एक छोर से पकड़ी
जलती सिगरेट की तरह है,
जिसे हम पी कर जल्दी फूँक देना चाहते है
और वो हमें!
आप सिगरेट को नहीं,
सिगरेट आप को पीती है,
इसका नतीजा सिर्फ मौत है!