दीया जलाना है तो अंधेरों में जलाइए,
उजालों में क्या रखा है
अपने मन को दयालु बनाइए,
क्रूरता में क्या रखा है
गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
एक निर्बल जब सबलों का साया बनता है
संघर्षों को साथी लेकर, निर्णायक बनता है
लाठी और अहिंसा के बल पर जो लोग जीतने
चलता है
यूं ही नहीं कोई गांधी बनता है
वाह रे! गांधी
क्या खूब चली तेरी आंधी
आया था लंगोट में
घुस गया भारत के नोट में
Happy Birthday Bapu
❤️
गांधी तेरी सत्य अहिंसा से
अपना इतना नाता है
दीवारों पर लिख देते हैं
दिवाली पर पुत जाता है।
ताउम्र ज़माने से, तुम्हारा जिकर करेंगे,
यूँही ताउम्र, हम तुम्हारी फ़िकर करेंगे ।।
✍🏻✍🏻सुमित आर्य ।।
आओ इस गांधी जयंती को और यादगार करें,
करें संकल्प ,
पर्यावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने का
स्वच्छता की ओर हमारा प्रयास
आने वाली पीढ़ी के लिए यादगार करें।
जैसे होता प्रकाश सूर्य का,
वैसा प्रकाश ये लाए।
हिंसा की राह छोड़,
अहिँसा ही अपनाए।।
ऐसे थे अपने बापू
घरवालों के थे लाडले,
थे सबके ये प्यारे।
बचपन में कर ली सगाई,
बीवी भी सीधी पा गए।।
छोड़ विदेश की माटी को,
लौट आए जब भारत वो।
देख अपनी माटी का रंग ,
उनकी आँख में आंसू भी आए।।
ऐसे थे अपने बापू
इतने अंग्रेजों को देख,
कभी नही वो घबराये।
ऐसी प्रतिभा देख सभी,
उनके पीछे दौड़े आए।।
नही है अब पास वो,
थे सबके खास वो।
जा चुके वो इस माटी से,
पर है सबके दिल के पास वो।।
ऐसे थे अपने बापू
-Swayam Shukla
सारी दुनिया ने सर झुकाया है,
सबने अपना-सा तुम्हें पाया है,
मनानी तुम्हारी जयंती,
आसमा भी जमी पर आया है!!!!!