यदि आप के चंद मीठे बोलों से
किसी का रक्त बढ़ता है तो यह भी रक्त दान है
यदि आप के द्वारा किसी की
पीठ थपथपाने से उसकी थकावट दूर होती है तो यह भी श्रम दान है
यदि आप कुछ भी खाते समय उतना ही प्लेट में लें
कि कुछ भी व्यर्थ ना जाए तो यह भी अन्न दान है।
आपका दिन मंगलमय हो!!
बेबसी और बेक़सी का किस्सा भी अजीब है…!
कोई बासी होने पर रोटी नहीं खाता,
किसी को बासी होने तक रोटी नहीं मिलती……
🙏🙏🙏
“समय की कीमत अखबार से पूछो
जो सुबह चाय के साथ होता है वही रात् को रद्दी हो जाता है”
ज़िन्दगी मे जो भी हासिल करना हो..
उसे वक्त पर हासिल करो.!
क्योंकि…
ज़िन्दगी मौके कम
और…
अफसोस ज्यादा देती हे.!!