वक्त, दोस्त और रिश्ते
ये वो चीजें है जो हमें मुफ्त मिलती है
पर इनकी कीमत का पता तब
चलता है जब ये कहीं खो जाती है!!
Waqt Dost Aur Rishte
Ye Wo Chizein Hai Jo Hume Free Milti Hai
Par Inki Keemat Ka Pata Tab Chalta Hai
Jab Ye Kahi Kho Jati Hai….!!
तेरी मेरी दोस्ती का फलसफा बस इतना है,
मेरी हर दुआ में तेरा नाम आता है।
हर शख्स परिंदों का हमदर्द नही होता मेरे दोस्त,
बहुत बेदर्द बेठे हैं दुनिया में जाल बिछाने वाले…!
Never forget a friend in need
Cause they are friend indeed
They stand tall they are a different breed
Can always count on, no greed
To my voice of despair they always pay heed
My life, towards happiness forever they’ll lead
कुछ अज़ीज़ चेहरे हैं पहचाने से
पर अब क्यूं लगते हैं अनजाने से
कभी गुफ्तगू से जिनके रात गुजरती थी
तेज़ ठहाकों से जिनके हॉस्टल सिहरती थी
Patchup से लेकर ब्रेकअप तक की कहानी
स्कूल से कॉलेज की बातें, एक दूजे की ज़ुबानी
कुछ ही सालों में, कितना कुछ कर गए हम
पर सच कहूं तो, इन दूरियों से बदल गए हम
चांदनी रातें भी अब सुनसान ही गुजरती हैं
क्यूं ये बातें, “मैं भी ठीक हूं” पर ठहरती हैं?
इतने क्यूं मशगूल हो गए, की अपनों की फिकर नहीं
बातें बस हो जाती हैं, पर अब पहले वाला असर नहीं
आओ इन फासलों को, ज़रा कम करते हैं
कुछ तुम आगे चलो, कुछ हम आगे बढ़ते हैं।
कहने को तो हम दोस्त हैं,
पर पता नहीं क्यूं ऐसा लगता है मानो एक दीवार हो हमारे बीच,
ना मैं तुमसे कुछ कह पाता हूं और ना तुम मुझसे कुछ।
कहने को मैं और तुम बचपन से दोस्त हैं,
पर पता नहीं क्यों तुम मुझे अनजान लगते हो,
लगता है मानो, ना मैं तुम्हे जानता और ना तुम मुझे।