तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैं,
वरना मरने का इरादा तो रोज होता है!
Tu Badnam Na Ho Isliye Jee Raha Hun Main,
Warna Marne Ka Irada To Roj Hota Hai!
वो कर नहीं रहे थे मेरी बात का यकीन,
फिर यूँ हुआ के मर के दिखाना पड़ा मुझे।
Wo Kar Nahi Rahe They Meri Baat Ka Yakeen,
Phir Yun Hua Ke Mar Ke Dikhana Padha Mujhe!