तूफानों से पंगा लेना पर हमसे नहीं क्योंकि
जिन तूफानों में, लोगों के घर उड़ जाते है
हम उन तूफानों में अपने कच्छे सुखाते है!!
Toofano Se Panga Lena Par Humse Nahi
Kyunki Jin Toofano Main, Logo Ke Ghar Ud Jate Hai
Hum Un Toofano Main Apne Kacche Sukhate Hai
हमारे जीने का तरीका थोड़ा अलग है,
हम उमीद पर नहीं अपनी जिद पर जीते है.
फरक नहीं पड़ता दुनिया क्या सोचती है,
मैं अच्छा हूँ ये मेरी माँ कहती है !
घड़ी के गुलाम वो होते है
जो दूसरों के लिए काम करते है।
हम तो पहले से बिगड़े हुए हैं,
हमारा कोई क्या बिगाड़ लेगा🖕🖕
जो तूने दी वो तो एक खरोच थी,
अब मैं जो दूंगा वो घाव देखना।
हाथ में तलवार है जुबां तेज़ धार है,
फिर भी चुप हूँ क्यूंकि ये मेरे पापा के
दिए संस्कार हैं।
जब महसूस हो सारा शहर तुमसे जलने लगा
समझ लेना तुम्हारा नाम चलने लगा।