नसीहत वो सच्ची बातें हैं,
जिन्हें हम कभी ध्यान से नहीं सुनते।
और …
तारीफ वह धोखा है,
जिसे हम पूरे ध्यान से सुनते हैं,
और अपने आप पर झूठा घमंड करते हैं।
Naseehat Wo Sacchi Baatein Hain,
Jinhe Hum Kabhi Dhyan Se Nahi Sunte,
Aur…
Tareef Wah Dhoka Hai,
Jise Hum Pure Dhyan Se Sunte Hain,
Aur Apne Aap Par Jhootha Ghamand Karte Hain!
Sach khae toh dil humra mohabbat ka samundar hai …
Tere hazar dhoke ke baad bhi tujh pr marta hai ..
me ne bhi dhoka diya tujhe jane ke baad tere….
Bana liya tanhai ko hamsafar apna…!
धोखा कभी गैरों से नहीं मिलता,
विश्वास तो अपने तोड़ जाते है।
भले ही अपने विश्वास तोड़ दे
पर देखने ये भी है हम कितने
खरे उतरते है उनके विश्वास पर
धोखे तो मिलते रहते है
बात ये है हम कितने सुदृढ़ रहते हैं