स्वतंत्रता दिवस की सभी देशवासियों
को हार्दिक शुभकामनाएं
देश मे सदैव अमन चैन बनी रहे,
जिन वीर शहीदों की वजह से हमे ये
आजादी मिली उन सभी शहीदों को
शत् शत् नमन करते हैं।
भारत माता की जय!
Aap Sabhi Ko Swatantrata Diwas Ki Hardik Shubhkamnaye
जिस देश में तुमने जन्म लिया,
उस देश के तुम जो भक्त नहीं।
हुए देशद्रोही तुम पुण्य-धरा के,
माँ-बाप का तुममें रक्त नहीं।।
चल कुछ इस तरह से अपनी मिट्टी का क़र्ज़ चुकाते है,
शहीद होकर इस देश पर अमर जवान कहलाते हैं।
जाने कितने हैं शहीद हुए
कितनों ने दिया बलिदान है
करते हैं नमन उन वीरों को
ये अपना हिन्दुस्तान है
Happy Independence Day
आज़ादी तो पा ली हमने…
अंग्रेज रुपी मक्कारों से…
लेकिन सुरक्षित अब भी नहीं…
इन आस्तीन के गद्दारों से…
स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों को…
अगर हम दिल से नहीं अपनाएंँगे…
क्या केवल ऊंँची प्रतिमाएं बनाकर…
उनको उचित श्रद्धांजलि दे पाएंँगे..??
मांँ भारती ने जन्म से हमको…
अपनी बाहों में समेटा है…
फिर भी कुछ है देशद्रोही…
जो मांँ को देते धोखा हैं…
हर किसी की आंँखें गड़ी है…
बेईमानी,भ्रष्टाचारी के राहों पर…
कानून के रखवाले हैं मिल जाएंँगे…
कानून बेचते बाजारों पर…
कुछ नरभक्षी मिल जाएंँगे…
रिश्वत मांगते हथियारों पर…
कुछ दुर्योधन अब भी हैं…
द्रोपदी का चीरहरण करते चौराहों पर…
सोचो किसी मांँ का लाल…
जब सीमा पर शहादत पाता है…
और किसी शहजादे द्वारा…
जब शहादत का सबूत मांँगा जाता है…
सच यह है कि ये सारे…
देश को शर्म से झुकाते हैं…
फिर ये बड़े निर्लज्ज होकर…
स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं…
मानसिक रूप से स्वतंत्र हो जाए…
तभी स्वतंत्रता का अर्थ निकलेगा…
नमकहरामि, दुष्कर्मी, भ्रष्टाचारी बनोगे…
तो तुम्हारे स्वतंत्रता का अर्थ निरर्थ रहेगा…
तो चलो वचन देते हैं भारत मांँ को…
जो हम सब का भी नारा है…
यह भारत महज एक जमीन का टुकड़ा नहीं…
हमको हमारी जान से प्यारा है…
हमको हमारी जान से प्यारा है…
और आखरी में प्रसून जोशी द्वारा लिखी कविता की कुछ पंक्तियां…
सौगंध मुझे इस मिट्टी की…
मैं देश नहीं मिटने दूंँगा…
मैं देश नहीं झुकने दूंँगा…
मैं देश नहीं मिटने दूंगा…
Jai hind…Jai bharat…
Vande matram…