Swatantrata Diwas Ki Aapko Hardik Subhkamnaye Download Best Wishes Status Images for This Independence Day in Hindi, 15 August Happy Independence Day India Patriotic Images Share With Friends and Family
प्रिय भारतीयों,
आइए निर्णय लें हमारे राष्ट्र का मूल्य
निर्धारण करने के लिए उनके बलिदानों को नहीं भूलेंगे,
जिनके बलिदानों से हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई
स्वतंत्रता दिवस की आपको हार्दिक शुभकामनाएं
Priy Bhartiyon,
Aaiye Nirnaye Lein,
Hamare Rastra Ka Muliya Nirdharan Karne Ke Liye,
Unke Balidano Ko Nahi Bhoolenge,
Jinke Balidanon Se Hamein Swatantrata Prapt Hui
Swatantrata Diwas Ki Aapko Hardik Subhkamnaye
बलिदान देते भी गए।
गुलामी की जंजीरों को हटाने की खातिर!!
वो अपना सब कुछ न्यौछावर करते गए।
वतन को मंज़र में रखकर…
वतन को मंज़र में रखकर ,
भेंट अपने सिरो की चढ़ाते गए,
नौजवान अपने ज्जबात दफ़न करते भी गए।।
आज़ाद देखना चाहते थे!!
की…आज़ाद देखना चाहते थे, अपने वतन को,
इस चाह मे अपना बलिदान करते भी गए।
कोई दुख न हो हमें….
की… कोई दुख न हो हमें,
इस खातिर अपनी खुशियों को सूली चढ़ाते गए।
याद तो है, न तुम्हें!!
याद तो है, न तुम्हें ,
की… सिर्फ तुम्हारी नींद के खातिर,
वह अपनी नींद कुर्बान करते गए।।
-Navjeet Kaur
इस आजादी कि क्या मै कीमत लिखूं,
आजादी की लड़ाई की कितनी शहादत लिखूं,
आजादी के लिए मर मिटने वाले कितने चंद्रशेखर और भगत लिखूं।
जो उनकी टूटती- स्महलती थी जेल में कभी,
वह कैसे उनकी हिम्मत लिखूं।
जो भगत सिंह ने दिल्ली असमेब्ली में बंब विस्फोट किया था,
मैं उनकी कैसे शरारत लिखूं।
जो लिखे थे बिस्मिल ने क्रांतिकारियों के लिए
मै वैसे कितने खत लिखूं।
उनकी देश के लिए मर मिटने की कैसे चाहत लिखूं।
खूब बहती है अमन की गंगा बहनें दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रगं में मत बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरगां रहने दो,
जय हिंद जय भारत🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
नव सूरज, नव युग,नवल शक्ति,
नव चेतन, वाचन, अमर भक्ति,
जड़-जड़ में सिन्चित रक्त बूँद,
हैं बलिदानों की सत्य भक्ति।
बलिदान भुला न देना तुम,
अभिमान भुला न देना तुम,
ऐ भारत के कण-कण सुन लो,
ये आन भुला न देना तुम।
जब तक बाजू में जोर रहें,
सीने में ज्वाला जोर रहे,
आशीष रहे ,तुम पर माँ का,
भारत की तुम पर डोर रहें,
ये शान भुला न देना तुम,
ये आन भुला न देना तुम,
ऐ भारत के कण -कण सुन लो,
ये अभिमान भुला न देना तुम।2
–जय हिन्द ✍(रूद्राक्ष कात्यायन)