प्रशंसा से बचो,
यह आपके व्यक्तित्व की
अच्छाइयों को घुन की
तरह चाट जाती है! – चाणक्य
Prshansa Se Bacho,
Ye Aapke Viyaktitva Ki,
Acchaiyo Ko Ghun Ki Tarah Chat Jati Hai!
~ Chanakya
प्रशंसा से बचो,
यह आपके व्यक्तित्व की
अच्छाइयों को घुन की
तरह चाट जाती है! – चाणक्य
Prshansa Se Bacho,
Ye Aapke Viyaktitva Ki,
Acchaiyo Ko Ghun Ki Tarah Chat Jati Hai!
~ Chanakya