Prasannata Ek Aisa Khajana Hai, Jo Batne Se Badhta Hai! Prasannata Happiness Best Quotes in Hindi Share With Facebook and Whatsapp Friends and Family
प्रसन्नता…
एक ऐसा खजाना है, जो बांटने से बढ़ता है!
Prasannata…
Ek Aisa Khazana Hai, Jo Batne Se Badhta Hai!
खुशी..
खुशी कहाँ है??
खुशी पूरे जहां में है!!
खुशी खुश रहने का जरिया है..
खुशी खुशियों का दरिया है..
खुशी माँ के आलिंगन में है, खुशी माँ के चुंबन में है!
खुशी माँ के साथ में है, खुशी माँ के हाथ में है!
खुशी पिता की डांट में है, दुलार में है!
खुशी भाई-बहन के प्यार में है!
खुशी बच्चे की किलकारी में है!
खुशी पानी की पिचकारी में है!
खुशी खेलने में है, खुशी दौड़ने में है!
खुशी भरी हुई गुल्लक तोड़ने में है!
खुशी दूसरों को खुश करने में है!
खुशी बड़ों से शाबाशी मिलने में है!
खुशी जगने में है, खुशी सोने में है!
खुशी मन में प्रेम के बीज बोने में है!
खुशी हँसने में है, खुशी रोने में है!
खुशी दुनिया के हरेक कोने में है!
खुशी गाने में है, खुशी लिखने में है!
खुशी सज सँवरकर सुंदर दिखने में है!
खुशी चित्रों में है, चित्रकारी में है!
खुशी अदाओं में है, अदाकारी में है!
खुशी रीतियों में है, रिवाजों में है!
खुशी मौन लोगों की आवाजों में है!
खुशी होली में है, खुशी दिवाली में है!
खुशी गजल में है, खुशी कव्वाली में है!
खुशी लेखों में है, खुशी कविता में है!
खुशी रात में है, खुशी सविता में है!
खुशी फूलों में है, फूलों की खुशबू में है!
खुशी चिड़ियों में है, उनकी गुफ्तगू में है!
खुशी जंगल में है, खुशी मंगल में है!
खुशी सोम में है, खुशी मंगल में है!
खुशी पक्षियों की चहचाहट में है!
खुशी अँधेरों में उजाले की आहट में है!
खुशी कोयल की कूक में है, कौए की काव-काव में है!
खुशी सर्दी की धूप में है, गर्मी की छाव में है!
खुशी धरती में है, खुशी आसमान में है!
खुशी गुलदस्तों में है, गुलिस्तान में है!
खुशी झूठे सच में है, खुशी सच्चे झूठ में है!
खुशी घने वृक्ष में है, खुशी सूखे ठूठ में है!
खुशी पर्वत में है, खुशी पहाड़ में है!
खुशी चीते और शेर की दहाड़ में है!
खुशी नदिया में है, खुशी किनारे में है!
खुशी बाँके बिहारी के सहारे में है!
खुशी रूठने में है, खुशी मनाने में है!
खुशी त्योहारों को संग मनाने में है!
खुशी बातों में है, खुशी सौगातों में है!
खुशी साथ बिताए मुश्किल हालातों में है!
खुशी रंगों में है, खुशी दंगों में है!
खुशी दोस्तों के संग पंगों में है!
खुशी रोते हुए को हँसाने में है!
खुशी दोस्तों को फँसाने में है!
खुशी गरीब को खिलाने में है!
खुशी बिछड़ों को मिलाने में है!
खुशी मुश्किल सवालों के जवाबों में है!
खुशी रात के हसीं ख्वाबों में है!
खुशी पन्नों में है, किताबों में है!
खुशी तारीफों के खिताबों में है!
खुशी संग बैठ वक्त बिताने में है!
खुशी हारते हुए को जिताने में है!
खुशी पतंग में है, पतंगबाजी में है!
खुशी हारते की जीतती बाजी में है!
खुशी दूसरों को बातों में हराने में है!
खुशी छोटी बस्ती में है, बड़े घराने में है!
खुशी कल्पनाओं के समंदर में गोते लगाने में है!
खुशी पास आते गमों को हँसकर गले लगाने में है!
खुशी गिरने में है, गिरकर उठने में है!
खुशी छोटे-छोटे मुकाम पाने में है!
खुशी जोर-जोर से चीखने में है!
खुशी हर पल कुछ नया सीखने में है!
खुशी गर्मी में है, खुशी सर्दी में है!
खुशी कामयाब पुलिस की वर्दी में है!
खुशी आँधी में है, खुशी तूफान में है!
खुशी चारों ओर है, पूरे जहान में है!
खुशी हँसी में है, खुशी उदासी में है!
खुशी सुबह की हरेक उबासी में है!
खुशी बारिश में है, खुशी बादल में है!
खुशी आँखों के काले काजल में है!
खुशी जुल्फों में उँगलियाँ घुमाने में है!
खुशी आँखों को बेवजह मटकाने में है!
खुशी आँखों से आँखें मिलाने में है!
खुशी बिन सुने ही बात समझ जाने में है!
खुशी मुस्कराने में है, अश्क बहाने में है!
खुशी गंगा में डुबकी लगाने में है!
खुशी सपनों में है, खुशी अपनों में है!
खुशी सच्चाई दिखाने वाले दर्पणों में है!
खुशी दीये की रोशनी में है, खुशी झिलमिल रात में है!
खुशी दूर होने में है, खुशी फिर से मुलाकात में है!
खुशी चारदीवारी में है, खुशी खुले आसमान में है!
खुशी छोटी कैद में है, खुशी लम्बी उड़ान में है!