परोपकार करना,
दूसरों की सेवा करना और उसमें
जरा भी अहंकार न करना,
यही सच्ची शिक्षा है!
Paropkar Karna, Dusron Ki Sewa Karna
Aur Usmein Jara Bhi Ahankar Na Karna,
Yahi Sacchi Sikcha Hai…
दूसरों की मदद करते हुए
यदि दिल में खुशी हो तो वही सेवा है,
बाकी सब दिखावा है!
दरिया बनकर किसी को डुबाने से बेहतर है,
की जरिया बनकर किसी को बचाया जाए…
हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहिए,
क्या पता आपकी छोटी से मदद से
किसी की जिंदगी संवर जाए…
महान सेवा यह है कि
हम किसी जरूरतमंद की
इस तरह मदद करें कि बाद में
वह अपनी मदद खुद कर सके।
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