मूर्ख व्यक्ति दूसरो को बर्बाद करने की
चाहत में इतना अंधा हो जाता है कि
उसको खुद के बर्बाद होने का पता नहीं चलता!
Murkh Viyakti Dusron Ko Barbad Karne Ki
Chahat Mein Etna Andha Ho Jata Hai Ki
Usko Khud Ke Barbad Hone Ka Bhi Pata Nahi Chalta!
किसी भी मूर्ख व्यक्ति के सामने,
अपना समझदारी का परिचय देना भी
मूर्खता कहलाता है!
मूर्ख से बहस करना
गाल पर बैठे मच्छर को मारने जैसा है,
मच्छर मरे या ना मरे
पर आपको थप्पड़ जरूर लगेगा!
मूर्ख इंसान को
सुधारने की कोशिश करना ही
एक बड़ी मूर्खता है!
किसी मूर्ख व्यक्ति के लिए,
किताबें उतनी उपयोगी हैं,
जितना कि एक अंधे व्यक्ति के लिए आईना!
Also Read This