बुरे कर्म करने नहीं पड़ते हो जाते है,
और अच्छे कर्म होते नहीं करने पड़ते हैं।
मीरा कृष्ण भजन गाती थी
हम मीरा के भजन गाते हैं ।
भक्ति की शक्ति यही है
भक्त भी भगवान बन जाता है ।
मन करे कृष्णा कृष्णा।
धड़कन करे कृष्णा कृष्णा।
हरे कृष्णा हरे कृष्णा।
कृष्णा कृष्णा हरे हरे।
मगर…
कृष्णा जपे राधे राधे।
कृष्णा धड़के राधे राधे।
राधे कृष्णा राधे कृष्णा।
कृष्णा कृष्णा राधे राधे।
मैं तो जग से, वैरागी हुई
सब से , पराई हुई,
अपना किसको कहूं,
माटी के यहाॅ सब पुतले है
छोड़ चली मैं सबको पीछे I
अब डगर समझ सी आती गयी,
मोह की इस नगरी को ,
मैने त्यागा मेरे स्वामी,
कान्हा तेरी ही हुई
छोड़ चली मैं सबको पीछे ।
बस तेरी हुई मैं ॥
बस तेरी हुई मैं ॥
ओ खाटुवाले श्याम, तु तो हारे का सहारा हैं।
जरा देख तो मुझको, मुझ सा, कौन हारा हैं?
मैं हूँ एक ऐसे सागर में, जिसका ना कोई किनारा हैं।
अब चरणों में तेरे हैं, तेरा सब फैसला गवारा है॥
हमने तूफानों से घबराना
जब पतवार मेरे सावरिया के हाथों में है,
तो क़यामत से क्या डरना!
जब तारने वाले मेरे बंसीवाले स्वयं है,
तो डूबने से क्या डरना!
लोग आपके दर पर हमेशा कुछ मांगने आते है
पर मैं केवल आपसे मिलने आता हूँ
आपसे बात करने आता हूँ
क्योंकि आप बिना मांगे ही मेरी हर
ख्वाईश जो पूरी कर देते हो
तो आख़िर मांगे भी क्या.?
श्री गिरिराज धरण सिर्फ तेरी शरण
राधे-राधे
अंजाम कि खबर तो मीरा को भी थी….
मगर बात सिर्फ मोहब्बत निभाने कि थी…❤||
मुझे कान्हा के रंग में रंग दो,
मेरे मन मे ख्वाब इतना तो है
मुझे कान्हा आकर लाल चूनर।
उठा दो,
मेरे मन मे ख्वाब इतना तो है।
सात वचनो के सुनहरे सफर पे ले चलो,
मेरे मन मे ख्वाब इतना तो है।
आ जाओ कान्हूडा संग ले जाओ,
मेरे मन मे ख्वाब इतना तो है।
बंसी बजा के कृष्ण ने किया ऐसा कमाल,
मार दिया उस कंस को जो करता था बवाल ।।
था उलझन में अर्जुन, दीया कृष्ण ने ज्ञान,
ग्रहण किया उस ज्ञान को, जैसे मिला वरदान ।।
प्रेम हो या युद्ध कृष्ण को था सब का ज्ञान,
कर दो समर्पित कृष्ण को, बन जाओगे महान ।।