रिस्ते निभा कर ये जान लिया हमने,
माॅं बाप के सिवा कोई अपना नहीं होता!
Rishtey Nibha Kar Ye Jaan Liya Humne,
Maa – Baap Ke Siwaye Koi Apna Nahi Hota!
माँ बाप का सहारा बने,
जैसे बचपन में वो आपके थे!
ध्यान रखना घर के बड़े बुजुर्गों की
आखों में कभी आंसू ना आये,
क्योंकि छत टपकने से घर की दीवारें भी
कमजोर हो जाती है!
माँ की दुआ लगती है छांव जैसे,
पापा की बातों में सीख जैसे
बिना कहे वो सब समझ जाते हैं,
उनकी खामोशी में भी प्यार नजर आते हैं!