लम्हों की एक किताब है जिंदगी,
सांसों और ख्यालों का हिसाब है जिंदगी,
कुछ जरूरते पूरी, कुछ ख्वाइशें अधूरी,
बस इन्हीं सवालों का जवाब है जिंदगी!
कुछ इस तरह से गुज़ारी है जि़ंदगी
जैसे तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा!
जिंदगी में इस क़दर दुख मिला मुझे,
कि मैं हंस ही नहीं पाया
जब सुख मिला मुझे!
मैं कहाँ हूँ कुछ बता दे ऐ जि़ंदगी,
फिर सदा अपनी सुना दे ऐ जिंदगी!
जिंदगी के सफर में राहों में मुश्किलें होंगी,
पर जो दिल से जिये वो हर मुश्किल को
आसानी से पार करेंगे