“मनुष्य कितना भी गोरा क्यों ना हो
परंतु उसकी परछाई सदैव काली होती है…
“मैं श्रेष्ठ हूँ” यह आत्मविश्वास है!!
लेकिन “सिर्फ मैं ही श्रेष्ठ हूँ” यह अहंकार है…”
“इच्छा पूरी नहीं होती तो क्रोध बढ़ता है, और इच्छा पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है। इसलिये जीवन की हर स्थिति में धैर्य बनाये रखना ही श्रेष्ठता है।”
Manushya Kitna Bhi Gora Kyo Na Ho
Parantu Uski Parchai Sadaiv Kali He Hoti Hai!
Mein Shresta Hun, Yah Atmvishwas Hai!
Lekin Sirf Mein He Shresta Hun Yah Ahankar Hai!
“Iccha Puri Nahi Hoti To Krodh Badhta Hai,
Aur Iccha Puri Hoti Hai To Lobh Badhta Hai!
Isliye Jeevan Ki Har Sthiti Mein Driya Banaye Rakhna He Sreshta Hai!
कृष्ण ने बहुत अच्छी बात कही है!
‘‘ ना हार चाहिए ’’
‘‘ ना जीत चाहिए ’’
जीवन मे अच्छी सफलता के लिए
परिवार और कुछ मित्र का साथ चाहिऐ..!
Krishna Ne Bahut Acchi Baat Kahi Hai
“Na Har Chahiye”
” Na Jeet Chahiye”
Jeevan Main Acchi Safalta Ke Liye
Parivar Aur Kuch Mitron Ka Sath Chahiye!
हमेशा छोटी छोटी गलतियों से
बचने की कोशिश किया करों,
क्योकि इन्सान पहाड़ों से नही
पत्थरों से ठोकर खाता हैं।
मैं सभी प्राणियों को सामान रूप से देखता हूँ,
ना कोई मुझे कम प्रिय है ना अधिक,
लेकिन जो मेरी प्रेमपूर्वक आराधना करते हैं,
वो मेरे भीतर रहते हैं
और मैं उनके जीवन में आता हूँ।
अगर ईश्वर तुम्हें
ज्यादा प्रतिक्षा करवा रहे हैं
तो हो सकता है, जितना तुमने मांगा
उससे ज्यादा देने वाला हो…
जिसने अपने आप को वश में कर लिया है
उसकी जीत को देवता भी हार में नहीं बदल सकते।
धैर्य होना अत्यंत आवश्यक है,
माली यदि पेड़ को 100 घंटे से भी सींचते रहे,
तब भी फल मौसम आने पर ही लगेंगे।
अच्छा काम करने वाला कोई भी व्यक्ति,
कभी भी यहां या दुनिया में,
आने के लिए एक बुरा अंत नहीं होगा।
लोग आपके अपमान के बारे में,
हमेशा बात करेंगे,
सम्मानित व्यक्ति के लिए,
अपमान मृत्यु से भी बदतर है।
बड़प्पन वह गुण हैं जो
पद से नही सस्कारों से प्राप्त होता हैं,
परायों को अपना बनाना उतना मुश्किल नही
जितना अपनों को अपना बनाए रखना होता हैं
तुम्हारा क्या गया, जो तुम रोते हो?
तुम क्या लाए थे, जो तुमने खो दिया?
तुमने क्या पैदा किया था, जो नाश हो गया?
न तुम कुछ लेकर आए,
जो लिया, यही से लिया,
जो दिया, यही पर दिया,
जो लिया, इसी (ईश्वर) से लिया,
जो दिया, इसी को दिया।
जीवन ना तो भविष्य में है
और ना ही अतीत में
जीवन तो बस इस पल में है,
केवल इस पल में।
Very good,& truth,