जीवन के अनुभव से एक बात तो सीखी!
माँ-बाप के बिना जिन्दगी अधूरी है!
Jeevan Ke Anubhav Se Ek Baat To Seekhi,
Maa-Baap Ke Bina Zindagi Adhuri Hai!
मैं अक्सर अपने अनुभव लिखती हूँ…
लोग अक्सर अपनी आपबीती समझते हैं…
अनुभव से मिली हर
बात मे दम होता है..
बेहतर है दूसरों के अनुभव के किताब को पढ़कर सीख लेना,
वरना जिंदगी तो पीट पीट कर सीखा ही देगी।
ज्यों ज्यों उम्र बूढ़ी होती जाती है,
त्यों त्यों अनुभव जवाँ होता जाता है।
_ “अनुभव “_
एक जीवन बहुत छोटा है
सभी अनुभव प्राप्त करने के लिए,
इसीलिए आपको अपने जीवन में
मिलने वाले प्रत्येक व्यक्ति के अनुभव से
कुछ न कुछ सीखना चाहिए।
लकीरो के भरोसे जीना छोड़ दिया ।
अब तो खुद पर भरोसा करता हूँ ।।
काम छोटा हो या बड़ा हो ।
अब तो बस पूरी लगन से करता हूँ ।।
सफलता मिले या ना मिले ।
अनुभव के लिए अब काम करता हूँ ।।
भाषा, ज्ञान और अनुभव
किसी की बपौती नहीं।
प्रतिभा का सम्मान उसकी
योग्यता से होना चाहिए।
धर्म, सम्प्रदाय से नहीं।।
हर गुजरते दिन के साथ हर कोई अनुभवी बने जा रहा है;
पर अनुभव के बावजूद हर कोई आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
कयोंकि इंसान सिर्फ अनुभव से नहीं बल्कि अनुभव के सबक को जीवन में उतार कर आगे बढ़ता है और ये हर कोई नहीं कर पाता है।
उम्र क्या है सब अंको का खेल हैं
हम सब आज भी है सोलह के
बाक़ी सब अनुभव का मेल है ।
गुजरे हुए वक़्त शुक्रिया तेरा
तूने मुझे कई अनुभवों से सुसज्जित किया
आने वाले कल तेरे लिए तैयार हूं मैं अब!!
सब कुछ सीख जाएंगे
एक दिन हम भी, अनुभवी हो जाएंगे!
अनुभव सच में एक बेहतरीन स्कूल है…
पर कमबख्त… फीस बहुत लेता है…!!
वक्त हमे अनुभवी बना देता है,
कभी ऊंची तो कभी निजी कठिनाइयों,
को भगा देता है। कौन कहता है,
कि पढ़कर ही लोग समझदार बनते है,
जरा सी चोट लग जाए सीने में,
तो एक फकीर को भी राजा बना देता है!
सच है कि समय नही टिकता
किन्तु समय से सीखे अनुभव
ह्रदय मे सदा के लिए टिक जाते है।
अनुभवों के बोझ से झुक जाती है पीठ
और हम कसूर दर्द को देते हैं ।
लिखने का मज़ा तभी आता है जनाब
जब अल्फ़ाजऔर अनुभव
दोनों ही स्वयं के हों
अनुमान ग़लत हो सकता है, पर..
अनुभव कभी ग़लत नहीं होता,
क्योंकि, अनुमान हमारे मन की कल्पना है
और, अनुभव हमारे जीवन की सीख है।
किसी चीज को समझने के लिए,
ज्ञान की आवश्यकता होती है।
किन्तु…
उसे महसूस करने के लिए,
अनुभव की आवश्यकता होती है।
“शार्ट-कट अपनाओगे तो अनुभव कहाँ से पाओगे,
अनुभव नहीं होंगे तो अपनी पीढ़ी को क्या बताओगे?”
– अंजली सिंघल
जीवन कविता है
अनुभव सब कुछ सिखाता है
पर इसे अभिव्यक्त करना
किसी-किसी को आता है।।
हर व्यक्ति प्रत्येक,
“दिन भर” में कुछ ना कुछ ज़रूर हासिल करता है,
चाहे वह कोई अनुभव ही क्युं न हो ।।
:- सुजीत कुमार मिश्रा, प्रयागराज ।
मेरे अनुभव के भरोसे चलोगे कब-तक
मेरे जीवन तेरे जीवन में एक सा क्या है!