
जाते वक्त उसने मुझसे अजीब सी बात कही
“तुम जिंदगी हो मेरी, और मुझे मेरी जिंदगी से नफरत है”
Jate Waqt Usne Mujhse Ajeeb Si Baat Kahi..
“Tum Zindagi Ho Meri, Aur Mujhe Meri Zindagi Se Nafrat Hai
वो जो आँसू पी नहीं पाई होगी लड़की
वो जमीं पे गिरा , तो दरिया बना होगा
कुछ दरिंदो की दरिंदगी से रो रहा मेरा हिंदुस्तान है,
कैसे आगे आएगी बेटियाँ, यही सोच कर सब परेशान हैं,
इंसाफ की पुकार करे आवाम, और सरकार कर रही आराम है,
बेटी-बचाओ, बेटी-पढाओ, ये नारा तो जुबान पर सरे-आम है,
लेकिन बेटों को आजकल के माँ-बाप भूल रहे देना संस्कार हैं ।
कुछ दरिंदो की दरिंदगी से रो रहा मेरा हिंदुस्तान है,
कैसे आगे आएंगी बेटियाँ, यही सोच कर सब परेशान हैँ ।।
जमीन लिए दो गज बैठे हो
क्या खाक रुलाओगे हमको
हम उनसे भी टकराएंगे
जो याद हमें अब आयेंगे