
पास आकर सभी दूर चले जाते है,
अकेले थे हम अकेले ही रह जाते है!
इस दिल का दर्द दिखाये किसे?
मल्हम लगाने वाले ही जख्म दे जाते है!!
Pass Aakar Sabhi Door Chale Jate Hai,
Akele They Hum, Akele He Rah Jate Hai!!
Is Dil Ka Dard Dikhaye Kise?
Malham Lagane Wale He Jakhm De Jate Hai…!!
हम उनके ख्वाब देख रहे हैं,
जो किसी और के सपने संजो रहे हैं।
बगैर मेरे खुश हो तुम…तो उदास हम भी नही,,!!
वफादार तुम नही…..तो बेवफा हम भी नही…!!
क्या थे, और क्या से क्या हो गए
जालिम हमारे हमनवा हो गए
किस्से और वादे, सारे फना हो गए
कि जान-ए-वफ़ा, बेवफ़ा हो गए
आज “फ़र्ज़” जब
उनसे निभाये न गये
तो “बेवफ़ा” कहकर वो
मुझे बदनाम करने लगे
हम ‘सच’ का पीछा करते रहे ,
और ‘झूठ’ ने दिल पर दस्तक दे दी |
जब पूछताछ शुरू की मैंने ‘झूठ’ से ,
तो उल्टा मुझे ही ‘बेवफा’ के कह गई ||
मेरी हर दुआ तेरे लिए रहेगी
चाहे तु जितने सितम कर, कभी बेवफा न कहेगी
बीत जाता है यूँ ही वक़्त का हर इक लम्हा,
ख्वाब सी जिंदगी अचानक बेवफा हो जाती है !
खोने लगूँ कभी मैं तुम्हारी आंखों के आईने से …
तो तुम मुझे अपने दिल की गहरी परतों में छुपा देना …
गुम जाऊ अगर कभी मैतुम्हारे रंगीन जमाने से …
तो तुम मुझे अपनी बेवफाओं वाली पंक्तियो मे बसा लेना…
बेवफ़ा की महफ़िल में
इश्क़ लूटाने चले थे
हम ग़मों के दरिया किनारे
खुशियां सजाने चले थे
❤
, मज़ा आ गया
रूबरू,आज वो बेवफा आ गया
निगाहें चुराकर, हूबहू ही निकला
फर्क ये,अब बेशर्मी से शर्मा गया
सवाल बेमिसाल, बस पूछना था
उठी यूँ मेरी नज़र, वो झुका गया
वज़ह, सबब अब पूछता भी क्या
झुकाकर चेहरा,वो सब बता गया
वफ़ा आखिर याद आती है,’राज’,
अश्क़ मेरा उन आँखो में आ गया