
इंसान तो हर घर में पैदा होते हैं!
बस इंसानियत कहीं कहीं जन्म लेती है!
Insaan To Har Ghar Main Paida Hote Hain!
Bas Insaniyat Kahi Kahi Janam Leti Hai!

व्यक्ति की उस सफलता का क्या फायदा?
जिसमें वह इंसानियत का गला घोटकर
सफल हुआ हो!

नियति आपको क़दम-क़दम पर परखेगी,
आप तभी जीत पाएंगें
जब आप में इंसानियत बाकी रहेगी!

इंसानियत बहुत बड़ा खजाना है,
उसे कपड़ों में नहीं
इंसान में तलाश करो!

निशब्द हो जाता हूँ,
जब देखता हूँ दो घड़ी की रोटी के लिए
इतनी मेहनत और एक हम नमक ज्यादा है
कह कर थाली खिसका देते है!
सांसे पूरी हो जाने से पहले
सीमाएं सारी लाँघ दो,
इंसानियत को निज जीवन में
चलो उचित सम्मान दो!

आज दुनियां में महान बनने की
चाहत तो हर एक में है, पर
पहले इंसान बनना अक्सर लोग भूल जाते हैं!