स्वयं में बहुत सी कमियों के बावजूद
अगर मैं स्वयं से प्रेम कर सकता हूँ
तो फिर दूसरों में थोड़ी बहुत कमियों की
वजह से उनसे घृणा कैसे कर सकता हूँ ! – स्वामी विवेकानंद
Khud Mein Bahut Si Kamiyon Ke Bad
Agar Mein Apne Aap Se Prem Kar Sakta Hun,
To Phir Dusron Main Thodi Bahut Kamiyo Ki
Wajah Se Unse Ghrna Kaise Kar Sakta Hun!! ~ Swami Vivekananda
स्वामी विवेकानंद जी ने “रामकृष्ण”-
की स्थापना की और सभी को एक-
समाज की तरह रहना सिखाया-विवेकानंद जी-
ने रामकृष्ण मठ, रामकृष्ण, मिशन और-
वेदांत सोसायटी की नींव रक्खी, 1993 सन् में-
अमेरिका के शिकागो में हुये विश्व भारतीय-
सम्मेलन में उन्होंने भारत और हिंदुत्व का-
प्रतिनिधित्व किया था, विवेकानंद जी का जन्म-
12-11863 को हुआ था, विवेकानंद जी का-
जन्मदिन साल युवादिवस के रूप में मनाया- जाता है..।