ना जुबान से, ना निगाहों से,
ना दिमाग से, ना रंगों से,
ना ग्रीटिंग से, ना गिफ्ट से,
आपको 26 जनवरी मुबरत डायरेक्ट दिल से ||
Happy Republic day
ना सर झुका है कभी और ना झुकायेंगे कभी,
जो अपने दम पे जियें सच में ज़िन्दगी है वही.
Live like a true Indian.
चलो फिर से आज वोह नजारा याद करले,
शहीदों के दिल में थी वो ज्वाला याद करले,
जिसमे बहकर आज़ादी पहुची थी किनारे पे,
देशभक्तों के खून की वो धारा याद करले ||
वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई,
दिल हमारा एक है एक है हमारी जान.
हिन्दुस्तान हमारा है हम है इसकी शान…
26 जनवरी गणतंत्र दिवस की शुभकामनायें.
जवानों उठो, दुश्मन sms पे sms कर रहे है,
और तुम सो रहे हो…
उठो, बदला लो,
वो एक sms करेंगे तुम 5 करो,
तेहस नहस कर दो दुश्मन के इनबॉक्स को ||
Jai Hindi.
Happy Republic Day Quotes Shayari Status in Hindi
आज़ादी की कभी शाम नही होने देंगे,
शहीदों की क़ुरबानी बदनाम नही दोंगे,
बची हो जो एक बूँद भी गरम लहू की,
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम नही होने देंगे ||
आज़ादी का जोश कभी कम ना होने देंगे,
जब भी ज़रूरत पड़ेगी देश के लिए जान लुटा देंगे.
क्योंकि भारत हमारा देश है,
अब दोबारा इस पर कोई आंच ना आने देंगे |
Jai Hindi, हैप्पी रिपब्लिक डे.
ये बात हवाओ को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाज़त हमने की…
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना ||
भारत माता तेरी गाथा,
सबसे ऊँची तेरी शान,
तेरे आगे शीश झुकाये,
दे तुझको हम सब सम्मान ||
भारत माता की जय.
आज़ादी की कभी शाम ना होने देगे,
शहीदों की क़ुरबानी बदनाम ना होने देगे,
बची है जो एक बूँद लहू की तब तक
भारत माँ का अंचल नीलम ना होने देगे ||
ये गलत धारणा है कि
भारत में सिर्फ 1427 शेर बचे है…..
13 लाख तो सीमा पर ही खडे है
Indian Army
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
Happy Republic Day
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Vo mitti ki khusboo
Vo mere vatan ki shaan
Vo khuli hawa ka jhonka
Vo aakash mn udte panchi ka imaan
Sukoon de jate hain vo pal
Jab mein dil se gaati hun apna
RASHTRIYE GAAN
💓JAI HIND💓
दिलेर चढ़े थे फांसी पर,
वरना,
चरखा तो लुगाइयों ने भी चलाया था।
इन्कलाब जिंदबाद!!
मुल्क की हालत बदलने के लिए
अपनी सोच और फ़ितरत बदलें
तारीख़ें तो हर रोज़ बदलती है ।।
भारत जमीन का टुकड़ा नहीं,
जीता जागता राष्ट्रपुरुष है।
यह चन्दन की भूमि है,
अभिनन्दन की भूमि है,
यह तर्पण की भूमि है,
यह अर्पण की भूमि है।
इसका कंकर-कंकर शंकर है,
इसका बिन्दु-बिन्दु गंगाजल है।
हम जियेंगे तो इसके लिये
मरेंगे तो इसके लिये।
हर जन्म तेरी गोद में जान रहे
मैं रहूं या ना रहूं, मेरा हिन्दुस्तान रहे
तू देशभक्ति का मंत्र
तू है मेरा गणतंत्र
भारत तुझको है सलाम
तू है तो हम हैं स्वतंत्र
प्रिय परिवारजनों को भारत के 70वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ।
26 जनवरी 1950 में भारत को क़ानूनी रूप से लोकतंत्र की मान्यता मिली।
इसी दिन भारत में संविधान लागू हुआ और तब से लेकर अब तक भारत ने
विश्व में अपनी एक अलग लोकतांत्रिक पहचान बनाई है।
यह पहचान हमारे गणतंत्र की ही देन है।
आइए, अपने शब्दों द्वारा लोकतंत्र का यह महापर्व मनाते हैं।
शब्द सजाते हैं।
जहाँ ज़ुबाँ पे डाले जाते नहीं कफ़न,
नसीबवालों को मिलता है ऐसा वतन…
Patriotism is the feeling
that we are all equal and
united under our Nation India
आज गणतंत्र दिवस है,
आज हमारे मुल्क का संविधान लागू किया गया था,
पाठकों आज के दिन की बधाई देने का अर्थ होता है
संविधान को सहेजने की शुभकामना देना,
उसमें बताए कर्तव्यों के निर्वहन करने की सौगंध को दोहराने का दिन ।
हम अपने अधिकारों की मांग तो समय समय पर हुकूमतों से करते रहते हैं,
पर यह शुभ दिन है अपनी माँ भारती के प्रति उनकी संतान होने के नाते
अपने दायित्व को याद करने की ।
बिस्मिल, मदन लाल धींगरा, मंगल पांडेय, भगत सिंह, राम सिंह कूका,
बिरसा मुंडा ये सभी स्वतंत्रता के यज्ञ में समिधा नहीं बने होते,
तो शायद आज हम गणतंत्र न होते।
चलिए, आज बिस्मिल की लिखी इस कविता को पढ़ते हैं
और माँ भारती की संतान होने के वचन को दोहराते हैं
खे लेने दो नाव आज
कल कर पतवार गहे न गहे।
जीवन सरिता में शायद फिर
ऐसी धार बहे न बहे।।
अंतिम साँस निकलने तक
है ‘बिस्मिल ‘ की अभिलाष यही।
तेरा वैभव अमर रहे माँ !
हम दिन चार रहें न रहें।
जय हो माँ भारती