वह माँ ही है…
जो हमें दुनियां से 9 महीने…
ज्यादा जानती है!
Wah Maa He Hai
Jo Humein Duniya Se
9 Mahina Jyda Janti Hai
Happy Mother’s Day!
जो मांगू वो दिया कर
ऐ जिंदगी… तू मेरी
माँ
जैसी बन जा…
Jo Mangu Wo De Diya Kar Ye Zindagi…
Tu Meri Maa Jaise Ban Jaa!!
Happy Mother’s Day!
एक दिन उन अंगो पे एक
उभार नजर जो आता है,,,
पहली दफा ये बदलाव,,
मन थोड़ा तो घबराता है।।
नौ महीने का पलता कोख,,
नजाने इतना क्यूँ सताता है;;;
पर माँ बनते ये एहसास इतना
खास जो हो जाता है।।।
वो दर्द सहे है बेचैनी मन
व्याकूल भी हो जाता है,,,
पर ममता भी इतनी होती है,,,
वो दर्द कहाँ नजर अब आता है।।।
कोख की वो पहली आहट
उसकी धड़कन जो सुन पाता है।।
नौ महीने एहसास जताए
अपनापन जस्बातों में आ जाता है।।।
फिर किसी रोज बच्चे के जरीए
“”माँ “”हाँ उनका नव
जन्म भी हो जाता है।।
सारे दर्द हर गम वो भूले ,, जब
बाहों में उनकी पूरी
दुनियाँ समेट जो जाता है।।।
न्नहीं उँगली जब पकड़े उनको हर एहसास बता जो जाता है,,,
देख कर उसको मन्द मुस्काती ,,वो आँखे जो भर जाता है।।।।
रातों में जगते देखा माँ को
जब बच्चा चैन से सो पाता है,,,
निवाला खिलाती माँ फिर उसको
और पेट उनका जो भर जाता है।।।
छोटी सी चोट फिर लगती उसको
तो माँ का दिल घबराता है।।
गोद में लेती माँ फिर उसको
ऐसा सूकुन तो कहीं भी न
मिल पाता है।।।।
कितने बहानों से लाड़ जताए
रातों में कहानियाँ खुब सुनाए
पंझी चिड़ीयो कि बात बताए।।
नखरे भी हमारे खुब उठाए,,
माँ इतना सब कैसे कर जाए।।।
कभी डाँट लगाए रौब जताए
कभी दुलारे पुचकारे नेह जताए
कभी हाथ पकड़ चलना सिखलाए
कभी हाथ छोड़ चलना बतलाए
माँ इतना सब कैसे कर जाए।।।
वो सर पे ममता की आँचल लहराए
माँ हमे निःशब्द कर जाए
जब पूरी दुनियाँ सिर्फ है माँ पर टिकटी,,,
कोई फिर से वो बचपन लौटाए
बड़े होने से डरते हैं माँ
हा तू तो अब भी हमें बच्चा बतलाए।।।
कोई न तुझ सा होता है माँ जो हमें
खिलाए भूखी सो जाए
कभी खुद की न फरमाइस जानी
पर सबकी तू पूरी कर जाए
माँ ऐसा भी अब होता है क्या
जो गोद में तेरी सर सहलाए।।
तुझसे ही तो आँए हैं माँ
क्यूँ न तुझको पूरी सृष्टी बतलाए
निः स्वार्थ तूमने दिया जो
प्यार है इतना।।
क्या कहें कितना है लाड़ जताए
माँ ऐसी फिर क्यूँ होती है माँ
जो तुझ सा न कोई और कहलाए।।।