इस दुनिया में आकर हमने,
देखे हैं यहां लोग कहर बरपाते।
मिसेज और कर्नल खान को,
जन्माष्टमी पर देखे हैं झूला झुलाते।।

एक ही सफ़ मैं सभी रंग है
तेरे इश्क़ का अलग ही ढंग है
सूद बूद खो बैठी गोपियां बेचारी
ये तो मोहन की मुरली की सूर तरंग है

जो सबको राह दिखाते और सबकी बिगड़ी बनाते हैं,
हम तो ऐसे कृष्ण-कन्हैया का गुणगान गाते हैं.
हैप्पी जन्माष्टमी ( Happy Janmashtami )

यशोदा नंदन कृष्ण कन्हैया,
गोपियों संग रास रचैया…
तेरी लीला सब मन भावे,
युग युग तेरी महिमा गावे…!!
Happy Janmashtami…

फिर से ये रात सुहानी हुई है..
फिर कोई राधा दीवानी हुई है..
फिर से पिया विष मीरा ने हँसकर..
फिर कोई और कृष्णा की रानी हुई है..!!

मिसरी से मीठे नंदलाल के बोल,
इनकी बातें हैं सबसे अनमोल.
जन्माष्टमी के इस पावन अवसर
पर दिल खोलकर जय श्रीकृष्णा बोल.

हे माखन चोर, कहीं मेरा दिल,
चुरा कर कहीं, चले तो ना जाओगे
अगर चले गए तो, इस राधा का क्या
होगा जो तुम्हारे, साथ जीवन बिताने
के सपने बुनती है…

यूँ तो हर दिन गोविंद के साथ खास है,
लेकिन जन्माष्टमी का दिन बहुत ही पास है..!!

शिव-शम्भू भोले भंडारी, बनाये रूप कपालधारी,
आकर खड़े नंद के द्वार, करे विनती बारंबार,
दिखा दे मुख लालन का, करा दे दरश लालन का।
मैं करूँगा क्या ये स्वर्णहार, मुझसे भय नही तुम्हे किसी प्रकार,
मईया तजो भय भारी, मैं दास लालन का तिहारी,
हे भक्तवत्सल भगवान सुनो, मेरी विनती स्वीकार करो,
मैं आया द्वार तिहारी, दर्शन दो हे गिरिधारी।

जय श्रीकृष्ण
बालपन कैसा हो…. मेरे माखनचोर के जैसा हो
लीलाऐं कैसी हो…..मेरे लीलाधर के जैसी हो
दोस्त कैसा हो…. मेरे कान्हा के जैसा हो
धुन कैसी हो…..मेरे मुरलीधर की बांसुरी के जैसी हो
प्रेम कैसा हो…..मेरे राधाकृष्ण के जैसा हो
जीवन कैसा हो……मेरे कन्हैया की भक्ति जैसा हो
जन्म कैसा हो…..मेरे बाँके बिहारी लाल
की जनमाष्टमी के जैसा हो !
Happy janmashtami
जय श्री राधे कृष्ण
♥️राधाकृष्ण ♥️
तुम जैसा सच्चा और नि:स्वार्थ इश्क़ कोई करे ओ! कान्हा।
तो क्यूं ना कोई इश्क़ अधूरा रहे ।।
राधा कृष्ण की तरह दूर रहकर भी इश्क़ हमेशा सलामत रहे।
तो कैसे ना कोई बंधन अटूट बना रहे ओ कान्हा ।।
राधा के प्रेम से ही कान्हा की,,
शुरू होती सुबह और….,,
खत्म होती शाम हैं…,,
कान्हा से पहले लोग लेते,,
राधा का नाम हैं…!!!!
राधे राधे
हे नटखट कन्हैया, रास रचैया,
हर घर दीप जले हैं, तुम्हारे आगमन में लड्डू बटे है।
तो बोलो हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की।
माखन खाओ, खीर खाओ,
हरी के गुण गाओ और बोलो हाथी घोड़ा पालकी
जय कन्हैया लाल की।
Janmasthmi special
मेरे जीवन में खुशी चाहे हो या न हो
लेकिन आपका साथ जरूर होना चाहिए
मेरे जीवन में कोई हो या न हो
लेकिन आप जरूर होने चाहिए
मेरे जीवन में चाहे कितना भी समस्या हो
लेकिन समस्या का सामना करने की ताकत
मुझे आप से मिलनी चाहिए
मेरे जीवन में चाहे परिस्थिति कैसी भी हो
लेकिन मेरे लबों पर हमेशा
आपका ही नाम होना चाहिए
जीवन में चाहे मुझे कुछ मिले या न मिले
लेकिन आप जरूर मिलने चाहिए
इन अँधेरी रातो के चाँद
हो तुम,
यमुना के लहरों को शांत करनेवाले भगवान
हो तुम,
शेषनाग भी बनते हैं छत्र तुम्हारे,
मेरे प्रियवर मेरे प्राण हो तुम,
अद्भुत और असामान्य हो तुम,
मेरे कृष्णा मेरे श्याम हो तुम…।