गिरना अच्छा है औकात पता चलती है,
थामने वाले कितने हाथ है, यह बात पता चलती है।
Girna Accha Hai…
Aukat Pata Chalti Hai,
Thamne Wale Kitne Hath Hai,
Yah Baat Pata Chalti Hai…!!
तुम बहुत साराहे जाओगे
तुम बहुत पहचाने भी जाओगे।
जब तक जेब में पैसा और किरदार पर शोहरत है
तब तक तुम मंदिर के देवता भी बनाए जाओगे।
रिश्ते ‘विश्वास’ के बुनियाद पर टिके होते है
जिस दिन ‘विश्वास’ रिश्ते से खत्म हुआ।
उसी दिन रिश्ता भी खत्म हो जाता है।
क्योंकि बिना बुनियाद का किसी भी
मकान का वजूद नहीं होता है।
जिंदगी के झोले में रिश्ते बहुत थे
पर ताज्जुब तब हुआ जब झोला ही
फटा हुआ निकला।
ना करो इतना भरोसा किसी पर
लोगों को यहां पर पाले बदलते देर नहीं लगता है।