मेरे प्यारे बापू,
फिर जन्म ले लो इस दुनिया में,
तुम्हारे बिन ये दुनिया फिर भटकने लगी है।।
बापू जब थे तुम चले गए
ये देश भी जमकर रोया था
इतने वर्षों के तप से जने
एक महामानव को खोया था
तुम होते तो निश्चित ही था
इतिहास हमारा कुछ होता
टुकड़े तो सही पर कम होते
न खोते वो जो खोया था
थी विकट घड़ी जो निपट गई
अब याद तुम्हें हम करते हैं
वैष्णव जन सा तो बन न सके
पर पीर पराई हरते हैं
Gandi baat to sab karte hain,
Per Gandhi ki baat koi nahi karta!
बूरा मत बोलो।
बूरा मत देखो।
बूरा मत सूनो।
पर कहानी वही समाप्त नहीं होती।
साथ में चरखा चलाना भी आवश्यक है।
क्योंकि उस चक्र में कहानी अमर है।
उस चक्र में कहानी गतीमान है।
क्योंकि वो चक्र ही जीवन है।
रचना का प्रतीक है।
अहिंसा भी एक प्रकार की रचना है।
शत्रू में प्रेम की अभिव्यक्ति है।
इसीलिए,
बूरा मत बोलो।
बूरा मत देखो।
बूरा मत सूनो।
पर कहानी वही समाप्त नहीं होती।
साथ में चरखा चलाना भी आवश्यक है।
सत्यम शिवम् सुंदरम…..
सत्य कोई वस्तु नहीं जिसका प्रयोग किया जाये
जिनके हृदय में सत्य बसा हो
उनके लिए पूरा संसार ही सुन्दर होता है
और मानवता ही सबसे बड़ा धर्म
पहले कूड़ा फैलाओ,
फिर झाडू लगाओ,
फिर फ़ोटो खिंचाओ,
और नेता बन जाओ।।
#जयहिंद
बापू के नाम: आज आप जैसा कोई नहीं,
जो भरोसा दिला सके कि सब ठीक हो जाएगा
Happy Gandhi Jayanti
में कहीं तुम न शामिल हो जाना,
देखना तुम वक़्त के साथ
यूँ न बदल जाना
था जिसका रक्त लाल
उसे तुम यूँ न बहाना,
अहिंसा का बदला लेने में
तुम कहीं हिंसा मत कर जाना!