दूसरे की बहिन के बारे में उतना ही बोलो,
जितना खुद की बहिन के बारे में सुन सको!
Dushre Ki Behan Ke Bare Main Utna He Boolo,
Jitna Khud Ki Behan Ke Bare Mein Sun Sako!
जब घर में कोई आपकी तरफ नहीं होता,
तब बहन ही आपके साथ खड़ी होती है!
जुबान से उतना ही बोलो,
जितना अपने कान से सुन सको!
अपने ही पिता से मिलने की
इज्जात मांगती है वो पति से,
ये वो दुनिया है जनाब,
जहां बेटी जब विदा होती है तो,
उसका हकदार बदल जाता है!