Here are best collection of Diwali Thoughts, Deepavali Quotes, Deepawali Status in Hindi You Can Share on Facebook, Instagra, and Whatsapp Status Update….
अब बो दिवाली नही आती
जब माँ घर की सफाई मै मेरी
खोई हुई गेंद ढूंढ देती थी !!
Aapko Shubh Diwali
दीपों की अवली सज गई
खुशियाँ ही खुशियाँ मन रही
उत्सव में प्रसन्न,मन में लिए उमंग
नव परिधान में,संग मिष्ठान लिये
एक दूजे को देते शुभकामनाएं!!
दीपोत्सव आपके जीवन के अंधियारे को
दूर कर खुशियों के उजालों से जगमगा दे!😊🙏
हैप्पी दीपावली
रूठेगी नही लक्ष्मी माँ, लक्ष्मी बम्ब नही फोड़ा तो
हाँ धरती माँ की क्षाती के कुछ जख्म सूखेंगे जरूर!
Like Deepavali,
surround your life with all those friends and family members
who are as good as the LIGHT-ening Diyas and are continuously
trying to make your Life more Enligtening and Prosperous.
On this day, I am thankful to all those precious Diyas in my Life.
Happy Deepavali
Wish You Happy Diwali in Advance!
दीपों का पंच दीवसीय त्योहार है आया,
संग अपने खुशियाँ का गुलदस्ता घर है लाया,
दुआ है हमारी की बने रहे अपके घर बरकत हमेशा,
और खुश रहो आप हमेशा यही मन में ख्याल है आया….!!
…आपको और आपके परिवार को दीपों के पर्व “दीपावाली” की अनेक शुभकामनायें…
समय के साथ सब कुछ बदला और बदल गई दीवाली भी वो बचपन वाली दीवाली जो साल भर की आखरी उम्मीद होती थी हर ख्वाहिश को पूरा करने की,जो लेना हो दीवाली पर लेंगे, कुछ अच्छा खाना हो दीवाली पर बनायेंगे, बिगड़ी चीज़ें सुधारना हो या रिश्ते, सब का बोझ दीवाली के कंधों पर होता था…साल भर में एक ड्रेस मिलती थी वो भी अगले दो साल के नाप की जो माँ बाबा खुद ही ले कर आते थे, शरीर पर फिट आये न आये मन में पूरी तरह फिट हो जाती थी वो…
दीवाली का “पर्यायवाची” अगर “साफ सफाई” को कहा जाये तो गलत नहीं होगा (स्वच्छ घर अभियान, ☺️) घर का कोना कोना मनाता था दीवाली, और साल भर की “खोया पाया” समस्या का हल भी तभी होता था….
पुराने बक्सों से वो गद्दे रज़ाई निकालने पर उन पर कुलमंदियाँ खाना और सर्दियों के कपड़े पहन कर बेवजह पसीने से तरबतर हो जाना, अब तो बस इन यादों की गर्मी रह गई है ☹️
अब ये १०-१० साल चलने वाले पेंट्स ने हर साल की नील वाली पुताई में रंग जाने का मौका भी छिन लिया, सिक्को से साल भर भरे जाने वाले गुल्लक का खज़ाना भी तो दीवाली में ही निकाला जाता था…
रंगीन अबरी, पुराने अखबारों की डिज़ाइन वाली कटिंग से अलमारियां सजती थी, लड़ियाँ, पुरानी ऊन के बंदनवार, मिट्टी के दिये, गेरू, चुने और होली के बचे हुए रंगों से बनी रंगोली घर के साथ मन को भी सजा देती थी..
अब चाइनीज़ लड़ियों, स्टीकर वाली रंगोली, डिज़ाइनर मोमबत्ती दीवाली को दीवाली का अहसास नहीं होने देती ☹️
अब “रिश्तेदारों” से ज्यादा दीवाली पर “ऑफर सेल” का इंतज़ार रहता है गुंजिया, मठरी, बेसन के लड्डू की मिठास भी “कैडबरी” के डब्बे में घुल गई है 🍫,
मुर्गा छाप, टिकड़ी, फुलझड़ी, Chakri,अनार पहले दीवाली की पहचान थे अब प्रदूषण और शोर के अलावा कुछ भी नहीं, और कहीं न कहीं इसकी वजह भी हम ही हैं…..
सच में अब दीवाली दिवाली न रही, जैसी पहले थी वो वाली न रही ☹️
अपनी धरती की मिट्टी से
जो मनमोहक दिया बनाता है
अंधेरी दिवाली में
उजियारा फ़ैलाता है
उन हाथों को नमन
प्लास्टिक से छलनी इस दुनिया में
जो पर्यावरण का पाठ पढ़ाता है
अपनी कारीगरी से साल भर
उम्मीदों के दिये जलाता है
उन हाथों को नमन
चीनी माल का हर मार्केट पे क़ब्ज़ा
फिर भी जो हार न मानता है
गिरती क्वॉलिटी, गिरते दामों में घिर
जो उम्दा कारीगरी दिखाता है
उन हाथों को नमन
इस दिवाली उन हाथों को
उनकी मेहनत का फल देना
अपनी मेहेरबानी अपने पास ही रखना
उन्हें सिर्फ़ उनका मेहनताना देना
– सीमा संदीप तिवारी –
इस दिवाली….
हर साल दिया जलाता हूँ दिवाली पर मोहल्ला रोशन करने को,
इस साल दिया जलाऊंगा हर किसान की आस रोशन करने को।
हर साल दिया जलाता हूँ दिवाली पर मोहल्ला रोशन करने को,
इस साल दिया जलाऊंगा देश की सरहद रोशन करने को।
हर साल दिया जलाता हूँ दिवाली पर मोहल्ला रोशन करने को,
इस साल दिया जलाऊंगा शहीद-ए-जंग रोशन करने को।
हर साल दिया जलाता हूँ दिवाली पर मोहल्ला रोशन करने को,
इस साल दिया जलाऊंगा शान-ए-तिरंगा रोशन करने को।
हर साल दिया जलाता हूँ दिवाली पर मोहल्ला रोशन करने को,
इस साल दिया जलाऊंगा भारत माँ की आन रोशन करने को।
इस साल दिया जलाऊंगा
हर साल दिया जलाऊंगा
हर बार दिया जलाऊंगा ।।
दिवाली के कामो में कुछ ऐसे चीज़े मिल गए,
जिनका तुझसे कुछ वास्ता, और मेरे जज्बात जुड़े थे,
फिर से वो कहानी,कुछ अनकहीं बाते यादो में मिल गए।
जिसको तूने झूठ से बनाया और मैने सच मान उसे जिया था।
कैसे तू दिखावा करके प्यार करती थी,
ओर मैं बिना दिखावे तुझे अपना मानता था।
Diwali..
मेरे देश के बाजारों में खुशहाली हैं।
क्योंकि आयी अब दीवाली हैं।
आप सभी को दीपावली की ढेरों बधाई।
Diwali special
फुर्सत ए गमों से नही मिलते, बो आज मिलते है।
ग़ालिब दिल नही जलते है आज, दिये जलते है।
चलो अब कर दो मेरा मकान खाली,
दिल की सफाई करेंगे हम इस दीवाली!!
क्यूँ लोग नहीं समझते उस मेहनत को..
जो मेहनत करते हैं वो कुम्हार..
जिस दीपक को बनाते हैं वो..
वही दीपक जलते है आपके द्वार..
इस बार कुछ उनके लिए भी सोचो..
जिससे अच्छा हो जाए उनका भी त्यौहार..
बस दीपक ही जलाएंगे इस दीवाली घर में..
यही सोच लो सब इस बार..
कितने अनजान है सब इस बात से..
कि कितनी मेहनत करते हैं वह कुम्हार..
सोच के निकलो घर से कि करना है कुछ ऐसा..
जिससे खिल जाए चेहरे और बन जाए किसी का त्यौहार..
A very happy Diwali to you and your Family {:-)
very good depawali quotes in hindi