
देश के लिए प्यार है तो जताया करो,
किसी का इंजतार मत करो…
गर्व से बोलो ” जय हिन्द “
अभिमान से कहो भारतीय है हम…!!
Desh Ke Liye Pyar Hai to Jataya Karo,
Kisi Ka Injtaar Mat Karo…
Garv Se Boolo ” Jai Hind ”
Abhimaan Se Kaho Bhartiya Hai Hum…!!
जिंदा रखने अपनी मातृभूमि सींच दिया रक्त से गलवान को
ना झुकने दिया ना झुकने देंगे,
चाहे कट जाए शीश, बचाने भारत की शान को।
दिलो में हौसलो का तेज
और तूफ़ान लिए फिरते हैं …
आसमा से ऊँची
हम अपनी उड़ान लिए फिरते हैं …
वक्त क्या आज़माएगा
हमारी देश भक्ति के ज़ुनून को
हम तो मुट्ठी में भी
अपनी जान लिए फिरते हैं …
सोचता हूँ कभी-कभी
कहाँ गए नौजवान सभी??
क्यों हो गए सब यूं मूक
किसी ग़म ने मारा इन्हें?
या सिर पर है तनी बंदूक
एकजुट रहने का ढोंग करते हैं,
और बातें हैं करते मजहबी …
सोचता हूँ कभी-कभी,
कहाँ गए नौजवान सभी??
किसी को अपने बेटे का इंतजार था,
किसी को अपने पति का इंतजार था,
किसी को भाई का, किसी को दोस्त का,
वो वापिस जरूर आया था,
लेकिन तिरंगे में लिपटा हुआ…
उसके चहरे पर अलग सी मुस्कान थी,
छाती गर्व से चोड़ी थी उसकी,
और पूरे आसमान में जय हिन्द की गूंज थी…