
दूसरों की बुराई करना या
चुगली करना भी पाप ही है!
इस काम से हमेशा बचना चाहिए।
विशेष रूप से शाम के समय किसी
की बुराई या चुगली न करें!
कुछ लोगों को दूसरों की बुराई करने में
आनंद मिलता है, लेकिन ऐसा करने से
हमें कोई लाभ नहीं मिलता है,
बल्कि समाज में हमारी ही इज्जत कम होती है।

जीवन में जो लोग साथ रहकर छल करें,
धोखा दें, चुगली करें, बातों को गलत तरीके से
किसी के सामने रखें, उनका साथ छोड़ देना
बेहतर होता है!

किसी की चुगली ना करें।
झगड़े का एक कारण यहां-वहां बात को
फैलाना होता है!

दुआ में याद रखने के जमाने गए साहब,
चुगली में याद रखते हैं, अब लोग!
पक्षियों में कौवा,
ऋषि मुनियों में क्रोध करने वाला,
और मनुष्य में चुगली करने वाला,
चांडाल अर्थात् दुष्ट होता है!
बकवास और चुगली करने की
कोई सैलरी नहीं मिलती,
फिर भी कुछ लोग ये काम
निस्वार्थ भाव से करते हैं।
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