“क्षमा करना आसान है।
फिर से भरोसा करना मुश्किल है।”
“Chhama Karna Aasan Hai,
Phir Se Bharosha Karna Mushkil Hai!”
समाज में सामर्थ्यवान प्रतिष्ठित व्यक्ति
यदि प्रतिक्षण निष्पक्ष न्याय तथा
असीमित दंड की शक्तियों के पश्चात भी
क्षमा को धारण करते हैं तो
वह समाज में सर्वत्र वन्दनीय हो जाते हैं…!!!
धर्म को धारण करने के दस लक्षण/रास्ते है
उनमें से सबसे पहला 🙏🏻क्षमा🙏🏻 है
प्रत्येक जीव मात्र को क्षमा करो और जीव मात्र से क्षमा चाहो।
जीवन यात्रा में चलते चलते
स्वार्थ, मोह, अज्ञानतावश
हुई समस्त भूलो के लिये
सच्चे स्वच्छ ह्रदय से
क्षमायाचना करते हुए
हम आपके स्नेह मैत्री भाव की कामना करते है
मिच्छामि दुक्कडम!
अनादि काल से
पर से क्षमा मांगते और करता आया यह जीव
जब तक स्वयं के अंदर विराजमान
शुद्धातम स्वरूप भगवान आत्मा को क्षमा नही करेगा
तब तक कल्याण असंभव है।