जब जब कागज पर लिखा…
मैंने माँ का नाम
कलम अदब से बोल उठी…
हो गए चारों धाम!
Jab Jab Kagaz Par Likha…
Maine Maa Ka Naam
Kalam Adab Se Bool Uthi…
Ho Gaye Charon Dhaam!
Wish You A Very Happy Mother’s Day!
कविताएँ तो बहुत लिखते हैं तुझ पर
कोई कविता तेरे माँ होने ना श्रृण चुका नहीं सकती।
चाहें जितने भी अमीर हो जाएं
कोई भी दोलत तेरी ममता का कर्ज चुका नहीं सकती।
मूरत तो हैं भगवान् की बहुत
माँ, तेरे आशिर्वाद बिना उनकी सूरत दिखती नहीं।
दर्जा तेरा इतना ऊंचा
स्वयं कोई देवी भी इसे झुठला सकती नहीं।
Er. M S Dandyan
ज़रा महँगी जो माँ की दवाई हो गयी,
तीनो बेटों में जम कर लड़ाई हो गयी..
तू रखेगा इसे, कल मेरे संग थी,
रात गुज़री तो माँ भी परायी हो गयी..
अब हैं बच्चे मेरे, अब मैं बच्चा नहीं,
माँ से प्यारी तो मेरी लुगाई हो गयी..
काम करती नहीं, अब ये किस काम की,
अम्मा ‘दादी’ से जाने कब ‘दाई’ हो गयी..
हार रखूँगा मैं, चूड़ी तुम बाँट लो,
माँ कि जाने से पहले बिदाई हो गयी…
स्टॉम्प बनवा लिए, अब रहे ना रहे,
खून से ज़्यादा महँगी तो स्याही हो गयी…
हमारा कोई भी लफ्ज़, माँ के प्रति निभाया गया कोई भी फर्ज..
माँ का कर्ज अदा नहीं कर सकता…!!
गिरता हूं कभी,
सम्भालती हैं तु।
चोट जो लगे ,
दवा बनी है तु।
तेरे बिन मैं हूं तन्हा,
अंधेरे में घिरा डरा।
आ के तु सम्भाल ले,
कही भीड़ में खो जाऊ ना।
माँ….. मम्मा….. माँ…..।
वो “माँ” हैं मेरी बदसलूकी पर भी दुआ देती है!
खुशी खुशी अपने हिस्से की भी खुशी मेरे नाम कर देती है…!! 💞
मै अपने शब्दो से लिखकर
कैसे करूँ तेरा गुणगान,
माँ तेरी ममता के आगे
फीका सा लगता है भगवान।
Happy Mother’s Day
माँ को तोहफे में क्या दूं,
मैं तो आज भी माँ के छुपाये
पैसों से घर चलाता हूँ।