Motivational Quotes in Hindi by Sadhguru
अगर आप क्रोध, नाराजगी, घृणा अपने अंदर पैदा करते है
और आप किसी और के मरने की उम्मीद करते है,
तो ऐसा नहीं होने वाला है।
क्योकि अगर आप यह सब अपने अंदर पैदा करेंगे
तो पहले आप मरेंगे। अगर जहर आप पियेंगे,
तो आप मरेगे, कोई और नहीं।
यही प्रकृति का नियम है।
सांसारिक चीजों से निपटने के लिए
आपका तार्किक दिमाग काफी है।
पर अगर आप उस आया में प्रवेश करना चाहते हैं,
जो आध्यात्मिक या मिस्टिकल है,
तो यह किसी काम का नहीं है।
पीड़ा के डर से आप जीवन को आधा अधूरा जीते हैं।
जीवन को पूर्णता में जीने के लिए
पीड़ा के डर से छुटकारा जरूरी है।
मानव समाजों को सभ्य बनाने का मतलब
यह सुनिश्चित करना हैं की
हर इन्सान, बिना किसी दुसरे के दखलअंदाजी के,
अपनी पूर्ण अभिव्यक्ति पा सकता हैं!
डर, गुस्सा, दुख, कुंठा, अवसाद, और हताशा
सभी एक ऐसे मन की उपज हैं,
जिसका नियंत्रण आपने अपने हाथ में नहीं लिया है।
एक सांप और जीवों से अधिक जानता है कि
उसके आस-पास क्या हो रहा है,
क्योंकि गप सुनने के लिए उसके पास कान नहीं होते
केवल प्रत्यक्ष अनुभूति।
जीवन कोई समस्या नहीं है, यह एक प्रक्रिया है।
सवाल यह है कि अपने खुद को
इस प्रक्रिया के लिए तैयार किया है या नहीं।
आपका जीवन, आप का निर्माण है।
भगवान इस के साथ हस्तक्षेप नहीं करता है।
एक बार जब आप में और आपकी विचार प्रक्रिया में
एक दूरी आ जाती है, एक नई स्वतंत्रता जन्म लेती है।
इस स्वतंत्रता के साथ एक नया बोध जागता है।
जो लोग अपने शरीर, मन उर्जा को सचेतन और
कुशलतापूर्वक इस्तेमाल करना नहीं सीखते,
वो हमेशा सोचेंगे की दुनिया में बहुत अन्याय हैं!
हर चीज जो मैं जानता हूं,
जो मेरे गुरु जानते थे, और
जो संपूर्ण आध्यात्मिक परंपरा जानती थी,
वह ध्यानलिंग में ऊर्जा के रूप में मौजूद है।
जीवन में जो भी आपका लक्ष्य हो,
जब तक आप उसे पाने की जल्दी नहीं दिखाते,
जो करीब हो सकता था वो दूर हो जाएगा।
कर्म का मतलब किस्मत के भरोसे रहना नहीं है,
कर्म का मतलब है अपने किस्मत का मालिक ख़ुद बनना।
कोई आपको कुछ अप्रिय बोलता है,
क्योंकि उनके अंदर कुछ अप्रिय हो रहा है।
उनको आपके प्रेम व करुणा की जरूरत है,
या फिर उनको आप से थोड़ी दूरी चाहिए।
खुद को इस अप्रियता के चक्कर में मत फसने दीजिए।
जब आप अपनी ऊर्जा-प्रणाली को बचे हुए
कर्मों से मुक्त कर देते हैं,
सिर्फ तभी आप अपनी नियति बदल सकते हैं।
इसीलिए योग-क्रियाएं महत्वपूर्ण हैं।
जीवन का आपका अनुभव कितना गहन हैं,
और आप जो करते हैं उसमे आप कितने असरदार हैं
जीवन में बस इतना ही वाकई में मायने रखता हैं!
आप अपने जीवन का अनुभव सिर्फ
तभी गहरा कर सकते हैं,
जब आप किसी चीज से
खुद की पहचान बनाए बिना,
हर चीज के प्रति पूरी तरह खुले हों।