कटी हुई टहनियाँ भी कहाँ पर छांव देती है,
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव ही देती है।
जब तक किसी काम को किया नही जाता
तब तक वह असंभव लगता है।
अगर वो आपको याद नहीं करते तो
आप याद कर लीजियें
रिश्ते निभाते वक्त मुकाबला नहीं किया जाता!
चैन से जीने के लिए
4 रोटी और 2 कपड़े काफी है
पर बेचैनी से जीने के लिए
4 गाड़ी और 2 बंगले भी कम है।