
“औरत” “मोहब्बत” करने वाले को शायद भूल जाये
पर “इज्जत” देने वाले को कभी नही भूलती!
“Aurat”
“Mohabbat” Karne Wale Ko Shayad Bhul Jaye
Par…. “Ijjat” Dene Wale Ko Kabhi Nahi Bhulti…
कोई भी देश यश के शिखर पर
तब तक नहीं पहुंच सकता,
जब तक उसकी महिलाएं
कंधे से कंधा मिला कर ना चलें!
बाहर से कमजोर दिखने वाली औरत को
खुदा ने अंदर से इतना मजबूत बनाया है,
की जरूरत पड़ने पर वह अपने मां-बाप का
बेटा और अपनी औलाद के लिए बाप भी बन जाती है!
अपने कर्तव्यों संग नारी भर रही है उड़ान,
ना है कोई शिकायत न कोई थकान,
यही है नए समाज की नारी की पहचान!

औरत को देने वाले उपहार में
सबसे बेहतर चीज हैं
उनका सम्मान करना !