A Good Collection of Dussehra Wishes and Greeting Cards in Hindi With Images Share With Facebook and Whatsapp Friends and Family, Happy Dussehra Hindi Cards
शांति अमन के इस देश से
अब बुराई को मिटाना होगा,
आतंकी रावण का दहन करने
अब फिर राम को आना होगा!
आपको दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएं!!
Shanti Aman Ke Is Desh Se
Ab Burai Ko Mitana Hoga,
Atanki Rawan Ka Dahan Karne,
Ab Phir Ram Ko Aaana Hoga!!
Aapko Dussehra Ki Hardik Shubhkamnaye
This Durga Pooja, let’s take an oath
No Saraswati is stopped to be educated
No Parvati is beaten for dowery
No Lakshmi has to beg for money
No Durga to be underestimated
No Kali has to be given a fairness cream
Let us make this Durga Pooja a special
by making them feel special…
Happy Dussehra!!
मेरे हिसाब से रावण को महज़ एक राक्षस या इंसान कहना एक मूर्खता होगी।
रावण एक संक्रामक रोग है जो त्रेतायुग से अपना जाल फैलाता जा रहा है।
आए दिन कई लोग इसकी चपेट में आ जाते है!
हम महज एक पुतला जला के बुराई के उपर अच्छाई की जीत का ढोंग करते है,
और भूल जाते है कि असली रावण तो अभी भी हमारे भीतर ज़िंदा है।
“राम को वनवास कब तक? “
मानस के राम को वनवास कब तक?
रामराज्य मात्र आभास कब तक?
कब तक लोभ,मोह,माया के दानव,
सच्चरित्र से प्रभावी रहेंगे,
कब तक असुर वासनाओं के,
मर्यादाओं पर हावी रहेंगे,
कथनी-करनी के अन्तर से पोषित
होगा धर्म का उपहास कब तक?
मानस के राम को वनवास कब तक?
नश्वर जग की लंका में सीता,
आत्मा की व्याकुल होती है,
विरहा में अपने प्राणेश्वर के,
पल-पल,छिन-छिन रोती है,
अंतःकरण की वैदेही को,
इन विरहाओं की त्रास कब तक?
मानस के राम को वनवास कब तक?
हे राम! तुम्हीं बतला दो अब तो,
किस राह तुम्हें लौटायें हम?
काम,क्रोध,मद,दंभ के रावण,
कैसे मार गिरायें हम?
उर अवधपुरी के अंधकार में,
दीपोत्सव बस इक आस कब तक
मानस के राम को वनवास कब तक?
………राम को वनवास कब तक?
It brings the joy
and happiness of Dussehra festival.
It’s a win of good over evil.
October is the
associated with autumn season…..
Happy Dussehra!!
मैंने महसूस किया हैं
उस जलते हुए रावण का दुःख
जो सामने खड़ी भीड़ से बार-बार पूछ रहा था
क्या तुम में से कोई “રામ” हैं ? 🤔🤔
Jab tu khud ko neecha dikhata hain
Jab tu jor se chilata hain
Jab tu aage badhne
se ghabrata hain
Aur tere jehn mien sanatta hain
Khud k hote-hote aur
4 mien bat jata hain
“Aur nahin hoga”
dil ko dheere se sunata hain
Rota toh tu bhi hain,
Gham toh tujhko bhi boht hain
Par Tu sab ko nahin Jatata hain..
Yaha hain ghor andhera,
Par aayega tera bhi savera,
Duniya kategi tera,(ha tera)
Par nahin hain tu akela,
Iss duniya ka yehi hain mela,
Aaj nahin toh kal aayega dusshera,
Phir tu dega pehra,
Baachayega ravan ko jo tere andhar hain tehra,
Jala diyo abki baar.. (jala diyo)..
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