अनुभव महज वो नाम है,
जो हम अपनी गलतियों को देते हैं!!
Anubhav Mahaj Wo Naam Hai,
Jo Hum Apni Galtiyon Ko Dete Hai!!
बस एक बूंद आँसू की
तुम्हारी आँखो से टपक जाए
तो तुम कहना
तुम अपने ही अंदर
उस ज़ख्म को लेकर सहते रहना
रोज़ तुम्हारी आँखों से
आँसू निकलते रहेंगे
बस एक बूंद आँसू की
तुम्हारी आँखो से टपक जाए
तो तुम कहना
हर गुजरते दिन के साथ हर कोई अनुभवी बने जा रहा है;
पर अनुभव के बावजूद हर कोई आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
कयोंकि इंसान सिर्फ अनुभव से नहीं बल्कि अनुभव के सबक को
जीवन में उतार कर आगे बढ़ता है और ये हर कोई नहीं कर पाता है।
अनुभव के झरोखे से………..
हर हाल में स्थिर रहिए
चाहे उठा हो मन में कितना भी बड़ा भूचाल
चाहे नाच रहा हो मन दे – दे कर, नौ – नौ ताल
चाहे वक्त और किस्मत ने किया हो कैसा भी जर्जर हाल
चाहे बन गया हो जीवन – अवर्णनीय, अद्वितीय, बेमिसाल
हर हाल में स्थिर रहिए
USHA PERIWAL
परिवर्तन प्रकृति का नियम है, आप स्थिर रहिये।
सुख-दुःख, हानि-लाभ, जय-पराजय, समभाव से सहिये।
तन को गतिशील रखिये, और मन को स्थिर रखिये।
असंभव कुछ भी नहीं है, स्वयं पर विश्वास रखिये।