अगर मैं सोचूं कि मुझे किसी की भी ज़रूरत नहीं..
तो ये मेरा ‘अहम’ है।।
और अगर मैं सोचूं कि सबको मेरी ज़रूरत है..
तो ये मेरा ‘वहम’ है।।
Agar Mein Sochun Ki Mujhe Kisi Ki Bhi Jarurt Nahi…
To Ye Mera “Aham” Hai Aur
Agar Mein Sochun Ki Sabko Meri Jarurt Hai…
To Ye Mera Waham Hai…
Suprbhat / Good Morning!!
राह बड़ी सीधी है,
मोड़ तो सारे मन के हैं..!!
शुभ प्रभात
दोस्त, किताब, रास्ता, और सोच!
ये चारों जो जीवन में सही मिलें तो,
ज़िंदगी “निख़र”…. जाती है
वर्ना “बिख़र” ज़ाती है
शुभ प्रभात
पूरी दुनिया जीत सकते है, संस्कार से…!
और..,
जीता हुआ भी हार जाते है, अहंकार से…!!
*शुभ प्रभात*
ये इंसानी नाते चाहे कितने ही गहरे और प्यार भरे लगें..!
असल में आपस का लेनदेन चुकाने तक ही सीमित होते हैं..!
शुभ प्रभात
सभी शब्दों का अर्थ मिल सकता है
परन्तु जीवन का अर्थ जीवन जी कर
और
सबंध का अर्थ सबंध निभाकर ही मिल सकता है ।
शुभ प्रभात
अगर कोई आपको गाली देता है, या आपको गलत बोल देता है,
इसे स्वीकार न करें। यह उसके पास वापस जाएगा।
यदि आप पार्सल स्वीकार नहीं करते हैं,
डाकिया इसे वापस ले जाएगा।
शुभ प्रभात