
कैसे कहूं की अपना बना लो मुझे
बहों में अपनी समा लो मुझे
आज हिम्मत करके केहता हॅूं…की
मैं तुम्हारा हॅूं अब तुम ही संभालो मुझे!
Kaise Kahun Ki Apna Bana Lo Mujhe
Bahon Main Apni Sama Lo Mujhe
Aaj Himmat Karke Kehta Hun…
Ki Mein Tumhra Hun Ab Tum He
Samhalo Mujhe….
अब तेरे बिना जिंदगी गुजारना मुमकिन नही है,
अब और किसी को इस दिल में बसाना आसान नही है,
हम तो तेरे पास कब के चले आये होते सब कुछ छोड़ कर,
लेकिन तूने कभी हमे दिल से पुकारा ही नही है।
अपनी तन्हाई में तनहा ही अच्छा हूँ
मुझे ज़रूरत नहीं दो पल के सहारो की
मिल भी जाते हैं तो कतरा के निकल जाते हैं,
हैं मौसम की तरह लोग… बदल जाते हैं,
हम अभी तक हैं गिरफ्तार-ए-मोहब्बत यारों,
ठोकरें खा के सुना था कि संभल जाते हैं।
ना जाने वो कौन इतना हसीन होगा,
आपके हाथ में जिसका नसीब होगा,
कोई आपको चाहे ये कोई बडी बात नहीं,
जिसको आप चाहो वो खुश नसीब होगा ।
हज़ार बार ली है तुमने तलाशी मेरे दिल की,
बताओ कभी कुछ मिला है इसमें प्यार के सिवा