सुबह से हिचकियां आए जा रही हैं
लगता है बापू आज याद कर रहे हैं
और उनको भी खूब आ रही होंगी
क्योंकि दुनिया उन्हें याद कर रही है
आपको गांधी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
“कुछ लोग सफलता के सपने देखते हैं
जबकि अन्य, जागते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं”
—mahatma gaandhi
गांधी गांधी सब करे,
गांधी बने ना कोय
गाल पे जो थप्पड़ पड़े,
तुरंत गोडसे होय।
*बापु*
तुम हो नये भारत के निर्माता,
सत्य-अहिंसा दाता
अहिंसा ही आपकी मुल धर्म है,
अहिंसा से ही आज भारत मुक्त हैं ।
आपकी जीवन ही आपकी बाणी है,
आप जो मानवप्रेम के प्रतिमूर्ति हैं ।
जीवीत कबिता हो आप,
शान्ति के दूत हो.
…सत्य के पूजारी हो,
जाति के पिता हो।
भारतीयों के लिए
सात बार जेल गये,
बार-बार अपमानित हूए!
ब्रिटिश से भारत को
आजाद किया !
भारत को नई आसमान दी,
एक नया पहचान दिया ,
आप सममान के पात्र हो,
उरता परिनदा हो,
आप ही गांधी हो,
जाति के पिता हो,
हिदुस्तान के बापु हो ।।
जनवरी तीस वो तारीख थी
बंदूक देने आई इक सीख थी
उसके हाथ में जो हथियार था
तू आंदोलनकारी तू ही गद्दार था
बंदूक उसने चला दी
तीन थी तीनों दाग दी
छाती उसकी छलनी हो गई
जान ही तो थी चली गई
फिर वो बच ना पाया
ज्यादा कुछ वो कह ना पाया
आखिरी शब्द सिर्फ हे राम था
सोच बनी अब जो पहले इक नाम था
फिर से तीस जनवरी फिर आई है
साथ नया गोडसे लाई है
वहीं हथियार वो लाया है
अब हमको गद्दार बताया है
लोग जो आंदोलन में रहते है
स्वयं को गांधी कहते है
अब गांधी को कैसे मार पाओगे
अब लाखों गोडसे कहां से लाओगे । ।