आज मैने सीखा…
स्पष्टीकरण वहाॅं देना चाहिए
जहाॅं उसे सुनने और समझने
वाला एक खुला दिमाग हो,
अगर किसी ने आपको गलत
मान लिया है तो उस पर
सफाई देने का मतलब खुद को
खुद की नज़रों में गिराना है!
जरूरी नहीं कि सारे सबक किताबों से ही सीखे जाएँ
कुछ सबक जिंदगी और रिश्ते भी सीखा देते हैं।
कड़वा सच
लोग आपके बारे में अच्छा सुनने पर शक करते हैं,
और बुरा सुनने पर तुरंत यकीन कर लेते हैं!
रिश्ता चाहे कोई भी हो
हीरे की तरह होना चाहिए,
दिखने में छोटा सा परंतु
कीमती और अनमोल!
ईश्वर के हर फैसले पे खुश रहो,
क्योंकि ईश्वर वो नहीं देता,
जो आपको अच्छा लगता है,
बल्कि ईश्वर वो देता है,
जो आपके लिए अच्छा होता है!