
रिश्तों की है यह दुनिया निराली,
सब रिश्तों से प्यारी है यह दोस्ती तुम्हारी,
मंजूर है आंसू भी आंखो में तुम्हारी,
ऐ दोस्त अगर आ जाये होंठों पे मुस्कान तुम्हारी…!!
Rishton Ki Hai Yah Duniya Nirali,
Sab Riston Se Pyari Hai Yah Dosti Tumhari,
Manjoor Hai Ansoo Bhi Ankho Main Tumhari,
Aye Dost Agar Aa Jaye Hontho Pe Muskaan Tumhari!!
एक दिन “प्यार” और “दोस्ती” मिले!!
प्यार ने “पूछा मेरे होते” हुए तुम्हारा यहाँ क्या काम..?
दोस्ती बोली मैं उन होंटों पे “मुस्कान लाती” हूँ
जिन आँखों में तुम “आंसू छोड़” देती हो..।।
पेशानी पर लकीरे हैं
चेहरे पर मुस्कान है,
दिल में किस बात कि बेचैनी है
क्यों मचलता मन शांत है,
जनाब आज किस बात से परेशान हो ?
कुछ इस तरह मसरूफ़ हैं,
आभासी संसार में,
मुस्कुरा रहें बस तस्वीरों के बाज़ार में,
दिखावे का जाम ,
हर शाम ले कर बैठते हैं।
वो तो,
मैफिलो में भी उदास बैठे हैं।
ना दिल की चली ना आँखों की
हम तो दीवाने बस तेरी मुस्कान के हो गए….. विष्णु आदिवासी प्रागपुरा,,,,