पानी मर्यादा तोड़े तो “विनाश”
“और”
वाणी मर्यादा तोड़े तो “सर्वनाश”
इसलिए हमेशा अपनी वाणी पर संयम रखो!
Pani Maryada Tode To Vinash
Aur….
Wani Maryada Tode To Sarvnash
Isliye Hamesha Apni Vani Par Sayam Rakho..!!
चाहें कितना भी ऊंचा पद प्राप्त कर लो,
चाहें कितनी भी बड़ी डिग्रियॉं हासिल कर लो
अगर बोलने की तमीज और इंसानियत नहीं सीखीं
तो वो इंसान अनपढ़ के बराबर है!
वाणी में भी अजीब शक्ति होती है,
कड़वा बोलने वाले का शहद भी नहीं बिकता,
और मीठा बोलने वाले की मिर्ची तक बिक जाती है!
क्या कहना है
यह एक चतुर व्यक्ति जानता है
परंतु कहना भी है या नहीं,
यह सिर्फ एक बुद्धिमान को ही पता होता है!
संसार रूपी वृक्ष पर अमृत समान दो फल मिल सकते हैं,
एक है मीठी वाणी और दूसरा फल है अच्छे लोगों की
संगत, जिन लोगों के पास ये दो फल हैं
उनके जीवन में कभी भी दुख नहीं आते!